नूंह जिले में धारा 144 और कर्फ्यू के बावजूद, गौ तस्करों का अवैध व्यापार जारी है। कुछ दिन पहले, पुलिस ने गौ तस्करों के साथ झड़प की, जिन्होंने गोवंश की तस्करी करने की कोशिश की थी। इसमें गोलीबारी हुई और एक आरोपी घायल हुआ, जिसे वर्तमान में चिकित्सा के लिए एक मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है।

ट्रैफिक थाना प्रबंधक दयानंद ने बताया कि राजस्थान के गौ रक्षा दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने सूचना दी कि कुछ गौ तस्कर एक कैंटर में गोधन को राजस्थान में गौकशी के लिए ले जा रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने नाकेबंदी लगाई। गाड़ी दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे पर गांव के पास पहुँचते ही पुलिस ने रोकने का संकेत दिया, लेकिन गौ तस्करों ने गाड़ी को नहीं रोका। उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की, जिससे पुलिस ने स्वायत्त रक्षा कार्यवाही करनी पड़ी।

वहीं नूंह पुलिस द्वारा जवाबी फायर करने के बाद गौ तस्कर कैंटर को छोडकर फरार हो गए। भागते हुए पुलिस पर फायर कर रहे थे तो पुलिस ने भी गौ तस्करों पर फायर किया, तो भागने वाले व्यक्ति के पैर में एक गोली लग गई। उसने अपना नाम तौफिक पुत्र ईसा निवासी उटावड, जिला पलवल बताया। जिसे इलाज के लिए पहले सामान्य अस्पताल मांडी खेड़ा में भर्ती कराया गया है, लेकिन गोली लगने की वजह से मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस द्वारा कैंटर को चैक करने पर गाडी में कुल 21 गौवंश मिले जिनमें सात गाय व 14 बैल थे। जिनके पैर व मुंह रस्सियों से बंधे हुए थे। पुलिस द्वारा गौ तस्करों के चंगुल से छुड़ाए गए गौ धन को स्थानीय गौशाला में छुड़वाया गया। डीएसपी सतीश कुमार वस्त का कहना है कि जल्द ही दूसरा आरोपी पुलिस गिरफ्त में होगा।