राजकुमार सैनी ने भारतीय जनता पार्टी से 2014 का लोकसभा चुनाव कुरुक्षेत्र से लड़ा और कांग्रेस पार्टी से दो बार लगातार सांसद रह चुके उद्योगपति नवीन जिंदल को भारी मतों से हराया। राजकुमार सैनी भारत के एकमात्र ऐसे नेता है जिन्होंने लोकतंत्र के सबसे निचले सदन “पंचायत” से लेकर उच्च सदन “लोकसभा” तक के सभी चुनाव लड़े व जीते हैं। राजकुमार सैनी एक उद्योगपति, राजनीतिज्ञ व बैकवर्ड समाज के अगुआ हैं, जो अपनी नीतियों और योजनाओं के बलबूते देश की सेवा करना चाहते हैं। लेकिन लोग उनसे इत्तेफाक क्यों नहीं रख रहे वही आज आपको बताएंगे। उन की पूरी कहानी आपको सुनाइएगै।

राजकुमार सैनी का जन्म हरियाणा के अंबाला जिला स्थित “छोटी रसौर” गांव में स्वर्गीय बाबूराम सैनी के एक भूमिहीन लेकिन किसान परिवार में 1 जुलाई 1953 को हुआ। राजकुमार का परिवार “सैनी समाज” से था जिसे भारत सरकार द्वारा “अन्य पिछड़ा वर्ग” के रखा गया है। अपने बहन भाइयों में सबसे बड़े राजकुमार सैनी पर युवावस्था में ही परिवार की सभी जिम्मेदारियां उनके पिता को अस्थमा की बीमारी होने के कारण आ गई थी, बावजूद इसके उन्होंने खुद स्नातक किया अपितु अपने सभी बहन भाइयों को भी स्नातक कराया। बचपन से ही राजकुमार सैनी का भारत भ्रमण का सपना था जिससे कि वह भारत की समस्याओं को जानकर उन समस्याओं का समाधान निकाल देश की सेवा कर सकें। अपनी युवावस्था में परिवार की जिम्मेदारी के साथ साथ भारत भ्रमण कि उनकी उत्सुकता ने सैनी को बहुत अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।

शुरुआती दिनों में सैनी लगातार 16 घंटे तक हल चलाते और मजदूरी करते। काफी मेहनत और व्यापारिक सोच ने सैनी को अपना व्यापार करने के लिए प्रेरित किया। अपनी जमा पूंजी से टाटा कंपनी का ट्रक ऋण पर लेने के लिए सोचा परंतु उस समय ट्रकों की बिक्री में कालाबाजारी के कारण वह ट्रक लेने में असमर्थ रहे, इसके बावजूद उन्होंने एक ट्रैक्टर लोन पर खरीदा और दिन रात मेहनत करके अपने कारोबार व पद प्रतिष्ठा को बढ़ाया। आज सैनी कई उद्योगों के मालिक हैं। कुछ ही समय में उनका विवाह जय कौर से हो गया इसके पश्चात उनके तीन बालक हुए जिनमें एक पुत्र और दो पुत्री हैं। उनके पुत्र आज उनका पूरा व्यापार संभालते हैं और सैनी राजनीति व समाज सेवा के कार्य में अपना पूरा ध्यान लगाते हैं। राजकुमार भाजपा हरियाणा के उपाध्यक्ष भी रहे है और कुरुक्षेत्र जिले में बीजेपी के प्रभारी भी थे।

और हरियाणा लोकतंत्र पार्टी के संस्थापक है। 1986 में ट्रक यूनियन, नारायणगढ़ (अंबाला) के अध्यक्ष भी थे। 1988 में ब्रिक्स क्लाइन ओनर एसोसिएशन, अंबाला के उपाध्यक्ष थे। उन्होंने हरियाणा पिछड़ा वर्ग समन्वय समिति के तहत जागरण अभियान यात्रा का आयोजन भी किया था। एक वक्त आया जब सैनी ने की बीजेपी से बग़ावत, सितंबर 2018 में कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने पार्टी से बगावत कर दी थी उन्होंने लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी नाम से नई पार्टी बनाने का ऐलान किया. लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी की स्थापना की और पानीपत में एक बड़ी शानदार रैली का आयोजन कर आगाज किया। उन्होंने भाजपा से बिना इस्तीफा दिए पानीपत में समानता रैली कर लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी का शंखनाद किया था। पूर्व में जाटों के खिलाफ बोलने वाले सांसद ने रैली में जाति विशेष जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान वह कांग्रेस और भाजपा पर जमकर बरसे थे। रैली के दौरान हास्य कलाकार राजपाल यादव भी सैनी के साथ नजर आए थे। पिछड़ों के हक की आवाज उठाने के लिए पार्टी बनाई थी लेकिन पिछड़ों को ही एकजुट नहीं कर पाए है।

लेकिन इस कोशिश में आज भी लगातार लगे हुए हैं प्रदेश का कोई भी उपचुनाव हो 2019 का विधानसभा चुनाव हो। उन्होंने लोसपा के बैनर तले ताल जरूर ठोकी। पार्टी बनाने के साथ-साथ उन्होंने क्या-क्या घोषणाएं की थी वह भी जान लेते हैं, 100% आरक्षण की वकालत- राजकुमार सैनी का कहना है सभी जातियों को उनके अपने अनुपात के अनुसार आरक्षण दे देना चाहिए। एक परिवार में बस एक ही सरकारी नौकरी का प्रावधान होना चाहिए जिससे अधिक से अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुंचे। . जनसंख्या नियंत्रण के लिए दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर प्रतिबंध लगना चाहिए। किसानों और मजदूरों को मनरेगा योजना द्वारा आपस में जोड़ देना चाहिए जिससे मजदूरों को अधिक रोजगार मिले व किसानों को आसानी से मजदूर उपलब्ध हो सके। जनता अपने जनप्रतिनिधियों को चुनकर संसद में भेज रही है तो राज्यसभा में बाहर से आए मनोनीत लोगों की क्या आवश्यकता। इसी तरह के कुछ क्रांतिकारी विचार और नीतियां वह लाना चाहते थे हरियाणा की राजनीति में। अफसोस लाख कोशिशों के बाद भी उनकी यह मुहिम रंग नहीं दिखा पा रही।

अब उनका राजनैतिक रिकॉर्ड भी चेक कर लेते हैं उनके नाम क्या-क्या उपलब्धियां है, 2014 में कुरुक्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र से आईएनएलडी पार्टी के बलबीर सिंह सैनी को हराकर वह 16वीं लोक सभा के लिए चुने गए।
खेलकूद और परिवहन राज्‍य मंत्री, हरियाणा सरकार, रह चुके है। मुद्रण और परिवहन राज्‍य मंत्री, हरियाणा सरकार रहे भी वो बने है। जब पांच युवकों ने कालिख फेंक दी थी.. कुरुक्षेत्र के सांसद रहते राजकुमार सैनी के चेहरे पर पांच युवकों ने कालिख फेंक दी थी और सांसद को धक्का मार कर गिरा दिया। सांसद पर हुए एकाएक इस हमले से मौके पर मौजूद सभी लोग सकते में आ गए। मौके पर जुटी भीड़ ने चार हमलावरों को काबू कर लिया। इसमें से एक भागने में सफल रहा। सांसद पर हुए हमले से गुस्साए लोगों ने महाराणा प्रताप चौक पर जाम लगा दिया। घटनाक्रम के बाद सांसद सैनी दोबारा से संबोधन के लिए मंच पर चढ़ गए और बोले कि यह कुछ दबंग लोगों का काम है। पहले कांग्रेस के अशोक तंवर पर हमला होना व अब उन पर हमला होना यह विशेष जाति के लोगों का काम है। जिनको इस घिनौने कार्य के लिए 2019 के चुनाव में जनता सबक सिखऐगी।

विरोध के बाद हाई सिक्योरिटी रथ में किया प्रचार, March 19 हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के चलते राजकुमार सैनी ने सबसे पहले आरक्षण के विरोध में आवाज उठाई थी। आरक्षण आंदोलन के बाद राजकुमार सैनी पर दो बार हमले भी हो चुके हैं। जाट आरक्षण का विरोध करने और पिछड़ा वर्ग की पैरवी करने के कारण सैनी एक इस समुदाय के निशाने पर हैं। जब हरियाणा में चुनाव से पहले जहां जाट समुदाय फिर से लामबंद हो रहा था तो वहीं राजकुमार सैनी ने भी चुनाव प्रचार के लिए हाई सिक्योरिटी रथ तैयार करवा लिया था। जिसमें सवार होकर उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव प्रचार किया। राजकुमार सैनी बने लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पिछले साल फरवरी में लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी ने साल 2024 आम चुनाव के लिए अपनी त्यारिया शुरू की। पार्टी ने अपनी वार्षिक बैठक में कार्यकत्र्ताओं से सुझाव मांगे और पार्टी का पुनर्गठन कर नए जोश और उत्साह के साथ साल 2024 के मिशन के लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। वार्षिक बैठक में पार्टी को एक बार फिर पुनर्जीवित करने के लिए पुनर्गठन किया गया है । इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में राजकुमार सैनी को जिम्मेवारी दी गई।

जैसा मेने पहले बताया विवादित बयानों के लिए हरियाणा के राजनेतिक इतिहास में सैनी के नाम एक अलग अध्याय जरूर लिखा जाएगा, उसी क्रम में उन्होंने इसी महीने एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा, मैं ना कभी मंदिर गया, ना जय श्रीराम का नारा लगाया। उन्होंने आगे कहा कि अंधविश्वास देश में गरीबी का सबसे बड़ा कारण है. देश में लोगों को अंधविश्वास का पाठ पढ़ाया जाता है. पाखंड में राई का पहाड़ बना दिया जाता है. राजकुमार सैनी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर को सत्ता हथियाने और लोगों की भावनाओं से खेलने का मुद्दा बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि मैं गौतम बुद्ध की विचारधारा में विश्वास रखता हूं. उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर ब्राह्मणवादी विचारधारा पर निशाना साधा. राजकुमार सैनी ने कहा कि देश में पत्थरों की पूजा की जाती है. लोगों को मानसिक तौर पर गुलाम बना दिया गया. उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का इसी क्रम में उदाहरण दिया. बता दें कि मोहन भागवत ने कहा था कि भगवान के लिए सब समान है.

जाति संप्रदाय सब पंडितों ने बनाया है. मोहन भागवत के इस बयान पर काफी हंगामा भी हुआ था. राजकुमार अपनी रथ यात्रा को लेकर रोहतक पहुंचे थे. इस रथ यात्रा की शुरुआत 5 फरवरी को पानीपत से हुई थी. ये रथ यात्रा प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और अंबाला में इसका समापन होगा. पत्रकारों से बातचीत में बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा कि इस देश में दलित और पिछड़े टुकड़ों में बंटे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि इस समय देश में अंधविश्वास का भूचाल उठ रहा है. उन्होंने कहा कि मनुवादी विचारधारा के चलते सिर्फ कुछ को श्रेष्ठ बना दिया गया. उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में भाषा विभाग व पुरातत्व विभाग के दिए गए हलफनामे का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस हलफनामे में कहा गया है कि रामायण और महाभारत का कोई ऐतिहासिक तथ्य नहीं है।

तो यह था राजकुमार सैनी का राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन. वे हमेशा क्रांतिकारी विचारों के पुरोधा रहे हैं बैकवर्ड को जगाने के लिए मशाल लेकर निकले थे लेकिन कितना बैकवर्ड जग पाए आप ही हमें बताइए। कितना राजकुमार सैनी के विचारों से आप सहमत हैं।