राजनीति की पिच पर एक ऐसा नेता उतरा जिसने अपने पहले ही डेब्यू मैच में कांग्रेस के बड़े नेता अजय माकन को पटखनी दे डाली। अजी और कौन हरियाणा जन चेतना पार्टी के नेता विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा। जिसकी जीत ने तो कांग्रेस को भी सकते में डाल दिया था। राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की जीत में हैरानी वाली बात तो ये रही कि वह राजनीति में नए खिलाड़ी हैं और राज्यसभा चुनाव से राजनीति के मैदान पर उतरे है। अपनी पहली ही पारी में उन्होंने कांग्रेस को एक बड़ी चोट दे डाली थी। क्योकि इनके परिवार के कांग्रेस से मजबूत संबंध रहे हैं। विनोद शर्मा के जिस बेटे ने सभी को अपनी जीत से चौंका दिया।

कार्तिकेय शर्मा का जन्म 14 मई 1981 को राजनीतिज्ञ विनोद शर्मा और शक्ति रानी शर्मा के घर हुआ था। उनका विवाह लेखक और प्रोफेसर ऐश्वर्या शर्मा से हुआ जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बड़े राजनेता कुलदीप शर्मा की बेटी है। 30 साल पहले पिता विनोद शर्मा ने भी राज्यसभा के चुनाव में रोचक तरीके से जीत दर्ज की थी। तो वहीं अब उन्हीं के नक्शे कदम पर छोटे बेटे कार्तिकेय शर्मा ने भी जीत दर्ज की और राज्यसभा में बतौर सदस्य एंट्री कर डाली। हरियाणा से राज्य सभा की दो सीटों के लिए हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कार्तिकेय शर्मा ने जीत दर्ज की। विनोद शर्मा कांग्रेस सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। बीते साल 2022 जून के महीने में राज्यसभा के चुनाव हुए थे। जिसमें कांग्रेस की तरफ से प्रत्याषी थे अजय माकन और कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय के तौर पर मैदान में थे। वैसे तो चुनाव में अजय माकन की जीत लगभग तय मानी जा रही थी। लेकिन फिर कार्तिकेय शर्मा अप्रत्याषित तौर पर जीते और सभी को हैरान कर दिया।

कुलदीप शर्मा के दामाद हैं कार्तिकेय, कार्तिकेय शर्मा की शादी कांग्रेस सरकार में स्पीकर रहे कुलदीप शर्मा की बेटी से हुई है। कुलदीप शर्मा कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं। तो वहीं कुलदीप शर्मा के भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ भी अच्छे संबंध हैं। लेकिन राज्यसभा चुनाव के दौरान यहां पर भी उलटफेर हुआ। राजनीतिक गलियारों में तो यह भी अफवाह है की कुलदीप शर्मा ने भी अपने दामाद को जिताने के लिए लॉबिंग की थी। अजय माकन, कार्तिकेय के मौसा, दिलचस्प बात यह भी है कि अजय माकन और विनोद शर्मा भी आपस में रिश्तेदार हैं। भारत के नौंवे राष्ट्रपति पंडित शंकर दयाल शर्मा की बड़ी बेटी गीतांजलि की शादी अजय माकन के बड़े भाई ललित माकन के साथ हुई है। वहीं विनोद शर्मा के छोटे भाई श्याम शर्मा की शादी शंकर दयाल शर्मा की छोटी बेटी जयश्री के साथ हुई है। मतलब ललित माकन और श्याम शर्मा एक- दूसरे के साढ़ू हैं। इस लिहाज से विनोद शर्मा भी अजय माकन के साढ़ू हुए और कार्तिकेय शर्मा के मौसा। हालांकि कहते हैं कि उनके बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं।

बड़े बिजनेसमैन हैं कार्तिकेय शर्मा , कार्तिकेय शर्मा ने बी.एससी ऑनर्स से ग्रैजुएशन किया है। इसके बाद उन्होंने लंदन के किंग्स कॉलेज से पढ़ाई की। कार्तिकेय शर्मा ने 2007 में आईटीवी नेटवर्क की स्थापना की जो विभिन्न अंग्रेजी और हिंदी समाचार चैनलों और स्थानीय दैनिक समाचार पत्रों का संचालन करता है।आईटीवी नेटवर्क का राष्ट्रीय चैनल न्यूजएक्स और क्षेत्रीय चैनल जैसे इंडिया न्यूज हरियाणा, इंडिया न्यूज मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, इंडिया न्यूज पंजाब और इंडिया न्यूज उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड, हिंदी भाषी क्षेत्रों पर हावी हैं। मीडिया संस्थान के अलावा कार्तिकेय शर्मा का शुगर मिल और फाइव स्टार होटल का भी बिजनेस है।

पिता विनोद शर्मा 1992 में बने थे राज्‍य सभा सदस्‍य , इतिहास के पन्नों पर अगर आप नजर दौड़ाएंगे तो देखेंगे कि विनोद शर्मा भी राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। 1992 में पंजाब में तत्कालीन बेअंत सिंह सरकार के दौरान कांग्रेस पार्टी से राज्य सभा सदस्‍य निर्वाचित हुए थे। उनका कार्यकाल 6 साल तक रहा। अप्रैल 1998 तक वे राज्यसभा के सदस्य रहे। उसी कार्यकाल दौरान शर्मा केंद्र में तत्कालीन पीवी नरसिम्हा सरकार में डिप्टी मिनिस्टर भी बने थे। राज्य सभा सांसद बनने से पूर्व विनोद शर्मा साल 1980 में पंजाब में तत्कालीन पाटियाला जिले के अंतर्गत पड़ने वाली बनूड़ विधानसभा सीट से विधायक भी निर्वाचित हुए थे। अब उनके पुत्र कार्तिकेय ने भी राज्यसभा में एंट्री कर ली हैं। कार्तिकेय की एंट्री के साथ अंबाला में शर्मा परिवार का फिर से राजनीतिक कद बढ़ गया है। बता दें कि विनोद शर्मा अब तक तीन बार विधायक रह चुके हैं।

राजनीति में पकड़ मजबूत कर रहे कार्तिकेय शर्मा, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा धीरे- धीरे राजनीति में अपनी जड़ें जमाने में लगे हुए हैं। लगातार बड़े से बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए कि बीते साल 2022 में दिसंबर के महीने में कार्तिकेय शर्मा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी से मुलाकात की थी। कार्तिकेय शर्मा ने अपनी पत्नि और बच्चों के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। सिर्फ केंद्र के नेता ही नहीं बल्कि वे तो हरियाणा के बड़े नेताओं के भी संपर्क में है। बीते साल ही हरियाणा की आदमपुर सीट पर जब उपचुनाव थे, तब उन्होने कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई के लिए प्रचार किया था। तो वहीं जेजेपी से भी उनका नाता खुलकर सामने है। जब वे जेजेपी की रैलियों में सहयोग करते नजर आते हैं।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल की खुलकर की सराहना, कार्तिकेय शर्मा बेशक ही निर्दलीय प्रत्याषी के तौर पर मैदान में उतरें हों लेकिन उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की खुलकर सराहना की थी और उनके किए काम काज की तारीफ भी की थी। उन्होंने कहा था कि हरियाणा को पिछले 8 वर्षों से एक ऐसा ईमानदार मुख्यमंत्री मिला है जो बिलकुल पारदर्शी ढंग से काम करता है और 36 बिरादरी को साथ लेकर सरकार चला रहे हैं। इससे पहले हरियाणा में ऐसा नहीं था। उन्होंने कहा कि अगर मैं निर्दलीय खड़ा होकर राज्यसभा पहुंच पाया तो इसमें सबसे बड़ा आशीर्वाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ही रहा। मुझे आशीर्वाद देकर राज्यसभा भेजना इस बात का सबूत है कि सीएम मनोहर लाल समभाव से सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। रेस्लिंग को लेकर कार्तिकेय शर्मा ने किया है काम, कार्तिकेय शर्मा का खेलों को लेकर रूझान हमेशा से गहरा रहा है। साल 2015 में कार्तिकेय शर्मा ने एक स्थानीय खेल की पहल की थी। जिसके तहत ‘प्रो स्पोर्टिफ़’ की शुरुआत की ।

इस कार्यक्रम के पीछे का उद्देश्य भारत में अभ्यास किए जाने वाले एथलेटिक्स और खेलों के स्तर में सुधार करना था। तो वहीं रेस्लिंग के लिए भी कार्तिकेय शर्मा ने काफी बेहरीन काम किया है। ‘प्रो रेसलिंग लीग’ को ‘प्रो स्पोर्टिफाई’ ने भारतीय कुश्ती महासंघ के साथ मिलकर प्रस्तुत किया था। राज्यसभा में उठाया था इतिहास के रखरखाव पर सवाल, सांसद कार्तिक शर्मा ने राज्यसभा में देश के गौरवमयी इतिहास के रखरखाव को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने पूछा था कि आखिर सरकार इसके लिए क्या कर रही है। भारत सरकार द्वारा वैदिक काल से लेकर अब तक देश के गौरवपूर्ण इतिहास व विरासत और ऐतिहासिक तथ्यों के वैज्ञानिक रूप से मूल्यांकन और रखरखाव के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि स्कूलों के पाठ्यक्रम में इसे शामिल किया जाना बेहद जरूरी है, जबकि पुरानी सरकारों में इस पहलू की बड़े पैमाने पर अनदेखी की गई थी।

शर्मा परिवार का जेल में जुड़ा था चौटाला परिवार से नाता, कार्तिकेय के पिता विनोद शर्मा और कुलदीप बिश्नोई के बीच अच्छे संबंध रहे हैं। इसके अलावा उनके चौटाला परिवार से भी नजदीकियां हैं। ये नजदीकियां तिहाड़ जेल के दौरान ज्यादा बढ़ गई थीं। दरअसल ओमप्रकाश चौटाला और जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला जेबीटी भर्ती घोटाले में तिहाड़ जेल में थे और 10 वर्षों की सजा काट चुके हैं। इसी दौरान कार्तिकेय शर्मा के बड़े भाई मनु शर्मा भी तिहाड़ में बंद थे। जेल में ही मनु शर्मा, अजय सिंह चौटाला और ओम प्रकाश चौटाला के बीच अच्छी बातचीत और संबंध हो गए थे। इसी के साथ विनोद शर्मा और चौटाला परिवार के बीच में रिश्ते मजबूत होते गए।