2017 से सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम के 6 साल बितते हैं। उनकी बहनों की तरफ़ से भी नाराज़ी दिख रही है, और इस बार गुरमीत राम रहीम के लिए नाम मात्र से राखियां पहुंची हैं। पहले 5 लाख राखियां पहुंची थीं, लेकिन इस बार सिर्फ़ एक हज़ार राखियां आई हैं। इस बार डाक विभाग ने राखियों की छँटाई के लिए अलग से विभाग नियुक्त नहीं किया है, जैसा कि पिछले साल हुआ था, जब रोहतक डाक विभाग में लाखों राखियां पहुंची थीं।