हरियाणा के सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नेताओं में होती है कैप्टन अभिमन्यु सिंह सिंधु की गिनती। हरियाणा की सियासत में कैप्टन अभिमन्यु के दखल का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मनोहरलाल खट्टर की पहली सरकार में इनके पास वित्त, राजस्व, आबकारी एवं कराधान जैसे 8 अहम् विभागों की जिम्मेदारी थी. अभिमन्यु की वजह से हिसार जिले की नारनौंद विधानसभा हाईप्रोफाइल सीटों में शामिल थी. अभिमन्यु सेना के जरिए देश की सेवा करते हुए सियासत में आए. वह यूपीएससी में भी चुने गए थे. हावर्ड बिजनेस स्कूल से ग्रेजुएशन किया. कुल मिलाकर उनकी गिनती हरियाणा के सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नेताओं में होती है. वो कृषि अर्थव्यवस्था और जमीनी मुद्दों को लेकर अपनी गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं।
जन्म और पढ़ाई,
अभिमन्यु का जन्म 18 दिसंबर, 1967 को हिसार जिले के खंडा खेड़ी गांव में हुआ था. नेताजी की स्कूली शिक्षा और कॉलेज की पढ़ाई रोहतक में हुई. उनके पास बैचलर ऑफ कॉमर्स, एलएलबी और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन सहित कई डिग्रियां हैं. ये एक बड़े बिजनेसमैन हैं. एक अखबार का भी संचालन करते हैं. परमेश्वरी देवी और मित्रसेन आर्य से जन्मे, कैप्टन अभिमन्यु भारतीय सनातन परम्पराओं में अटूट विश्वास रखते हैं और छह भाईयों के संयुक्त परिवार में रहते हैं और इनकी तीन बहनें हैं। इनका विवाह डॉ. एकता के साथ हुआ है और इनके एक पुत्री और दो पुत्र हैं। हरियाणा बीजेपी के पुराने नेता हैं कैप्टन अभिमन्यु, नारनौंद सीट जाटलैंड में आती है. कैप्टन जाट समुदाय से आते हैं. 2014 चुनाव के बाद कैप्टन सीएम की दौड़ में शामिल थे. लेकिन नही बने उस पर हम नही जायेंगे। कैप्टन ने बीजेपी संगठन में भी काम किया है. इसी सीट से 2014 में भी उन्होंने चुनाव जीता था. तब उन्होंने इनेलो के राज सिंह मोर को 5761 वोट से हराया था. कैप्टन अभिमन्यु ज़मीन से जुड़े हुए ऐसे नेता हैं जो प्रगतिशील, सकारात्मक और व्यावहारिक हैं और नई पीढ़ी की राजनीति के प्रतीक माने जाते हैं। लगभग 6 वर्ष तक भारतीय सेना में सेवा करने और पहले ही प्रयास में सन् 1994 में देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली सिविल सर्विस परीक्षा को क्वालीफाई करने के बावजूद इन्होंने राजनीति में सेवा करने को इसे चुना। सन् 2003 में पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में भाजपा से जुड़ गए और खुद के बहुत ही कामयाब बिजनेस कैरियर को तिलांजलि दे दी। सेना से व्यापार, सामाजिक गतिविधियों से एक पत्रकार के रूप में मीडिया, खेल-कूद प्रशासन से एक शिक्षाविद् और अब पूर्णकालिक राजनीतिक सक्रिय कार्यकर्ता तक विभिन्न क्षेत्रों में 30 वर्ष से अधिक का कार्य अनुभव रखते हुए।
कैप्टन का राजनीतिक सफर, कैप्टन अभिमन्यु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं। उन्हें 2014 के लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश और पंजाब में भाजपा का सह-प्रभारी बनाया गया था। वह नरेन्द्र मोदी की 2014 आम चुनाव प्रचार टीम के एक विश्वासपात्र सिपाही रहे हैं। इनके अब तक के करीब 20 वर्ष के राजनीतिक जीवन में कैप्टन अभिमन्यु ने अपने कठिन परिश्रम और अंतिम छोर तक सम्पर्क कार्यक्रमों के माध्यमों से लोगों के मन में अमिट छाप छोड़ी है। हरियाणा में लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता को देखते हुए, उन्हें 2005 में हरियाणा भाजपा का महासचिव नियुक्त किया गया और 2010 में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय सचिव के पद पर पदोन्नत किया था।• 2007-2009 के दौरान कैप्टन अभिमन्यु ने कई नवाचार परक प्रचार अभियानों जिसे दीनबंधु प्रेरणा रैली, जल अधिकार रैली, बिजली खोज रैली, विजय संकल्प यात्रा, प्रजातंत्र बचाओ रैली, रामसेतु आंदोलन, झज्जर विजय संकल्प रैलीयो का आयोजन एवं संचालन किया।
सन् 1997 में वे वरिष्ठ भाजपा नेता श्री लाल कृष्ण आडवाणी की स्वर्ण जयंती रथ यात्रा में शामिल हुए और इसके लिये विशाल जनसमूह को एकत्रित किया।• सन् 1998 में वह रोहतक से भाजपा उम्मीदवार स्वामी इन्द्रवेश के चुनाव एजेंट और समन्वयक बने। सन् 2012 में पंजाब विधानसभा चुनावों में शिअद-भाजपा गठबंधन को विजय प्राप्त करने में निर्णायक भूमिका निभाई। सन् 2004 में उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में कैप्टन अभिमन्यु ने 1,73,800 मतों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मंत्री के तौर पर इनके कार्यकाल की सैकड़ों उपलब्धियां हैं, जिनमें कुछ प्रमुख हैं:- प्रदेश के किसानों को ख़राब फसलों के मुआवज़े के तौर पर करीब 3 हज़ार करोड़ की सहायता प्रदान करना।• सरल, पारदर्शी भूमि पंजीकरण प्रणाली लागू करना।• जीरो इंतकाल योजना लागू करना।• ई-स्टैम्पिंग योजना लागू करना• प्रदेश सरकार द्वारा बनाये जाने वाले सर्टिफिकेट्स ऑनलाइन शुरू करना।•
निवेश एवं उद्यम विकास नीति 2015 लागू करना।• ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस के मामले में हरियाणा को 14वें से 5वें स्थान पर लेकर आना• हरियाणा का पहला ‘हैपनिंग हरियाणा’ समिट आयोजित करना जिसमें करीब 6 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले।• हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों एवं पेंशनभोगियों के लिए सबसे पहले सातवें वेतन आयोग की शिफारिशों को लागू करना।• पूरे देश के साथ क़दम मिलाकर हरियाणा में जीएसटी लागू करना।• श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी 7976.20 रूपये से लेकर 10179.87 रूपये प्रतिमाह निर्धारित करना।
अराजनैतिक रूचि, नेताजी हिन्दी दैनिक – हरिभूमि अखबार हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और दिल्ली एवं पंजाब के संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ रहे हैं। वह देश की मुख्य समस्याओं का हल करने के लिये शिक्षा को अहम् मानते हैं और इंडस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रवर्त्तक हैं और दिल्ली पब्लिक स्कूल ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के प्रबंधन में सक्रिय रूप से शामिल हैं। अपने परिवार द्वारा प्रोत्साहित परममित्र मानव निर्माण संस्थान और सिन्धु एजूकेशन फाउंडेशन के माध्यम से उड़ीसा, उत्तराखंड, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में गुरुकुलों की स्थापना करने में भी मदद की है। ये संस्थान विशेषत: कन्या शिक्षा को प्रोत्साहन देते हैं और छात्रवृत्तियां एवं मुफ्त पुस्तकें व वर्दी देकर कमजोर तबकों के बच्चों को मदद उपलब्ध करवाते हैं। वे सफल बिजनेसमैन भी है वे लीजिंग, फाइनेंस, शेयर ब्रोकिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, टांसपोर्ट, रीयल एस्टेट, पावर जनरेशन, माइनिंग, हॉस्पिटेलिटी एंड मीडिया आदि के कारोबारी भी हैं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बिजनेस उपक्रम स्थापित किये अथवा चलाए हैं, जिनमें से कुछ एक की शुरूआत उन्होंने ही की है।
अराजनैतिक रूचि, नेताजी हिन्दी दैनिक – हरिभूमि अखबार हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और दिल्ली एवं पंजाब के संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ रहे हैं। वह देश की मुख्य समस्याओं का हल करने के लिये शिक्षा को अहम् मानते हैं और इंडस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रवर्त्तक हैं और दिल्ली पब्लिक स्कूल ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के प्रबंधन में सक्रिय रूप से शामिल हैं। अपने परिवार द्वारा प्रोत्साहित परममित्र मानव निर्माण संस्थान और सिन्धु एजूकेशन फाउंडेशन के माध्यम से उड़ीसा, उत्तराखंड, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में गुरुकुलों की स्थापना करने में भी मदद की है। ये संस्थान विशेषत: कन्या शिक्षा को प्रोत्साहन देते हैं और छात्रवृत्तियां एवं मुफ्त पुस्तकें व वर्दी देकर कमजोर तबकों के बच्चों को मदद उपलब्ध करवाते हैं। वे सफल बिजनेसमैन भी है वे लीजिंग, फाइनेंस, शेयर ब्रोकिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, टांसपोर्ट, रीयल एस्टेट, पावर जनरेशन, माइनिंग, हॉस्पिटेलिटी एंड मीडिया आदि के कारोबारी भी हैं।
ऐसा नहीं कि वह बिजनेस और राजनीति करते हैं वह कुछ शौक भी रखते हैं, वे स्पोर्ट्समैन भी हैं – बाइकिंग, घुड़सवारी उन्हें बहुत पसंद हैं। वह अन्तर-विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, हॉकी खेले हैं। वह स्वास्थ्य और खेल-कूद को प्रोत्साहन देने में गहन रूचि रखते हैं और हरियाणा तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष और राष्ट्रीय तीरंदाजी संघ के सहायक उपाध्यक्ष रहे। और खास बात प्रभात हो या संध्या धार्मिक भावना के साथ प्रतिदिन गीता जरूर पढ़ते हैं।• सन् 2002 में, उन्हें हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा पत्रकारिता हेतु बाबु बालमुकुंद गुप्त पुरस्कार से नवाजा गया था।
तो ये थे कैप्टन अभिमन्यु जो विनम्रता, अखण्डता और शालीनता को हमेशा व्यवहार में लाते हैं। उनका उद्देश्य नकारात्मक राजनीति की भावना को तोड़ना और उच्चतम स्तर के गुणों के साथ देश की सेवा करना है।