चौधरी आफताब अहमद हरियाणा कांग्रेस के नेता हैं। पहली बार 2009 में हरियाणा के नूंह (मेवात) विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए थे। 2019 में, उन्हें फिर से निर्वाचित किया गया और कांग्रेस विधायक दल के उप नेता के रूप में उन्हें चुना गया । आफताब अहमद ने हुड्डा सरकार में परिवहन मंत्री, पर्यटन मंत्री, मुद्रण और स्टेशनरी मंत्री का प्रभार संभाला था। उन्होंने हरियाणा कांग्रेस के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। आज भी उनको हरियाणा कांग्रेस के कद्दावर नेता के तौर पर जाना जाता है। मुस्लिम चेहरा होने के साथ-साथ वे एक सशक्त कद्दावर नेता भी है जिन्होंने हरियाणा की राजनीति में अपना लोहा मनवाया है।
आफताब अहमद का जन्म गांव धौज, फरीदाबाद के चौधरी खुर्शीद अहमद और फिरदौस बेगम के परिवार में हुआ था। 27 जनवरी 1966 जन्मे आफताब 3 भाई और एक बहन है। उनके पिता 1962 में पंजाब से, 1968 में नूंह से, 1977 में तोरू से और फिर 1987 और 1996 में नूंह से विधायक चुने गए। उनके पिता ने हरियाणा में तीन बार मंत्री के रूप में कार्य किया और बाद में संसद सदस्य यानी सांसद के रूप में भी काम किया। उनके दादा चौधरी कबीर अहमद भी 2 बार विधायक चुने गए थे। आफताब अहमद ने मेमुना सुल्तान से शादी की और उनके तीन बच्चे हैं। अगर बात करें उनकी शिक्षा की तो मंत्री जी ने बी कॉम , एलएलबी पंजाब विश्वविद्यालय , जीजीडीएसडी कॉलेज चंडीगढ़ से किया है और एमडीयू, रोहतक से एलएलबी की है।
आइए अब उनके राजनीतिक कैरियर के बारे में जान लेते हैं, उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1991 में तोरू से की और 2013 में उन्हें परिवहन मंत्री के रूप में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कैबिनेट में शामिल किया गया। उन्होंने कांग्रेस के संगठनात्मक स्तर पर भी काम किया और कांग्रेस विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक के रूप में कांग्रेस की सेवा की है। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत की। मेवात में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने पर बहुत काम किया। आफताब ने मेवात में मेडिकल कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज और जेबीटी प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना कराई। इनेलो द्वारा मेवात की अनदेखी के लगाए थे आरोप, 2012 में वे विधायक और हरियाणा हज कमेटी के चैयरमेन थे तो जनसभा मे इनेलो पर बरसे थे। उन्होंने कहा था की हुड्डा सरकार मेवात के विकास के लिए कटिबद्व है। मुख्यमंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की दूरगामी नीतियों से यहां स्वास्थ्य शिक्षा पानी,पेयजल, कई महत्वकांक्षी याजनाओं का क्रियान्वन गया गया है।
वे खण्ड के गांव कुर्थला में आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इनेलो पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनेलो के शासन काल में उसने मेवात के विकास की एक ईंट तक नहीं लगाई थी तथा न की कभी मेवात के विकास की और ध्यान दिया तथा मेवात के विकास के नाम पर सिर्फ उन्होंने लोगों के भरोसे को छला है। मुख्यमंत्री पर लगाए थे मुस्लिमो से सोतेलेपन के आरोप, साल 2018 में नूंह (मेवात) में जिला कांग्रेस कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था . इसमें अहमद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के केवल मस्जिद व ईदगाह में ही नमाज़ अदा किए जाने संबंधी बयान की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था की ये बयान साफ दर्शाता है कि मुख्यमंत्री केवल समाज के एक वर्ग के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. ऐसे बचकाने बयानों से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता है, उन्होंने कहा कि भाजपा की खट्टर सरकार आने वाले रमजान के पवित्र महीने में पूर्व की कांग्रेस सरकार की तर्ज पर लोगों को बिजली-पानी की सुविधा मुहैया कराए. वह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले तीन रमजानों में मेवात की घोर अनदेखी की है।
चौधरी आफ़ताब अहमद ने आगे कहा कि प्रदेश से भाजपा की खट्टर सरकार का सफाया तय है और इनेलो का बचा-खुचा वजूद भी अब खत्म होना निश्चित रूप से तय है. प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस पार्टी की बनने जा रही है…… जब भाजपा पर किया तीखा हमला, चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि जब भी कोई चुनाव आता है, तो भाजपा जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दे जैसे विकास, बिजली, पानी, भ्रष्टाचार से हटाकर जिन्ना, टीपू सुल्तान, पद्मावती पर ले आती है. अब भाजपा अलीगढ़ के रास्ते कर्नाटक पहुंचना चाहती है। इनेलो-बसपा गठबंधन को कहा था ठगबंधन, हरियाणा कांग्रेस उपाध्यक्ष रहते हुए उन्होंने कहा कि इनेलो-बसपा गठबंधन मात्र एक ठगबंधन है, जिसका मकसद भाजपा को फायदा पहुंचाना है. पहले भी 1998 में इनका गठबंधन हुआ था, लेकिन चुनाव नतीजे आने से पहले ही इनेलो गठबंधन तोड़कर भाजपा की गोद में जा बैठी थी. इनेलो भाजपा की बी टीम है. दलित समुदाय इनके बहकावे में नहीं आएगा।
2019 में बीजेपी के जाकिर हुसैन को हार कर दूसरी बार बने विधायक, हरियाणा के नूंह विधानसभा सीट पर कांग्रेस के आफताब अहमद ने दूसरी बार जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी के जाकिर हुसैन को हराया था। यहां मेवात के दो राजनीतिक घरानों के वारिस एक बार फिर से मैदान में आमने-सामने थे। उन्होंने जाकिर हुसैन को 4038 वोटों से मात दी थी। किसानों के समर्थन में लाल किले पर तिरंगा फहराने निकाली थी ट्रैक्टर परेड, 24 जनवरी 2021 को चौधरी आफताब अहमद ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक ली और सामूहिक निर्णय हुआ कि 26 जनवरी को नूंह से ट्रेक्टर परेड होगी जो दिल्ली तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा था की तीन काले कानूनों के खिलाफ वो किसानों के संघर्ष में साथ खड़े हैं। 100 किसानों की शहादत पर बीजेपी व उसके सहयोगी दलों की खामौशी शर्मनाक है। कहा कि वो कृषि कानूनों के एक भी फायदे नहीं गिना सकते हैं। जो मेवात के बीजेपी नेता इन बिलों के फायदे गिना रहे हैं वो जनता व किसान से धौखा कर रहे हैं और सरकार से अपने निजी स्वार्थ के लिए सौदा कर रहे हैं। किसानों के पुतले फूंकने वालों को मेवात कभी माफ नहीं करेगी। बीजेपी दिन प्रतिदिन किसान को कभी आतंकवादी तो कभी खालिस्तानी, पाकिस्तानी बोल कर बदनाम करना चाह रही है।
स्मृति ईरानी की थी खूब खिंचाई, आफताब अहमद ने कहा कि 2004 में स्मृति ने मोदी पर हमला बोला कहा था कि गुजरात दंगों को लेकर मोदी को इस्तीफा देना चाहिए। भाजपा ने स्मृति को बयान वापस लेने को कहा तो स्मृति ने पार्टी की कार्रवाई से बचने के लिए अपने बयान को वापस ले लिया था। आफताब ने कहा कि वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के लिए भरे गए हलफनामे में अपनी उच्च शिक्षा BA बताई। जब 2014 लोकसभा में हलफनामा भरा तो उस हलफनामे में योग्यता BCOM बताई थी। इस मामले में उनकी खूब फजीहत हुई थी। भाजपा बताए सच क्या था, स्मृति ईरानी क्यों झूठ बोलती हैं, ईरानी का क्या जवाब है।नमाज में अड़ंगा डालने पर मुख्यमंत्री को सुनाई थी खरी-खोटी, बात 2021 की है आफताब ने कहा था कि मैंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर अवगत कराया था कि नमाज़ में या अन्य धार्मिक प्रार्थना में व्यवधान डालने वाले असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए। लेकिन मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया जिससे असामाजिक तत्वों ने शरारत से आपसी भाईचारे को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
बीजेपी सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था को बनाए रखने में विफल साबित हो गई है। उन्होंने मांग की थी कि प्रदेश सरकार वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर हुए कब्जे को छुड़वाएं और उन्हें वक्फ बोर्ड को सौंपे ताकि नमाज़ पढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मुहैय्या हो सके। योगी के लिए वोट मांगने पर भाजपा नेताओं पर साधा था निशाना, आफताब अहमद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मेवात विरोधी ब्यान को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि वीरों और शहीदों की भूमि मेवात को बदनाम करना बीजेपी की अलपसंख्यक समुदाय विरोधी मानसिकता का परिचायक है। जिस मेवात इलाके के सभी धर्मों के लोगों ने मुगलों, अंग्रेजों से देश की आजादी की लड़ाईयां लड़ी हों और बडी कुर्बानियां दी हों उस इलाके पर सवाल उठाना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि योगी मेवात को बदनाम करते हैं और यूपी विधानसभा चुनाव में मेवात के भाजपा नेता उनके लिए वोट मांग रहे हैं।
मुस्लिम युवक की हत्या पर भड़क उठे थे, बात मई 2022 की जब चौधरी आफताब अहमद सिंगार गांव पहुंचे थे. यहां विधायक ने मृतक शौकीन के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. लोगों ने उनसे दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करवाने की मांग की. बता दें कि ट्रक से डीजल चोरी का आरोप लगाकर कुछ लोगों ने सिंगार गांव के शौकीन की निर्मम हत्या कर दी थी. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. चौधरी आफताब अहमद ने मौके से ही पलवल के कार्यवाहक पुलिस कप्तान व डीएसपी से बात कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को कहा था। नए साल में मेवात की चेयरमैनी जीत कर दिया कांग्रेस को तोहफा, जनवरी 2023 में मेवात की राजनीतिक राजधानी नूंह में पंचायत समिति चेयरमैन और उपचेयरमैन के चुनाव में कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद समर्थक राहिला ने भाजपा के दिग्गज नेता चौधरी जाकिर हुसैन समर्थक को पराजित कर एक बड़ी जीत दर्ज कर ली है।
भाजपा इस चुनाव को अपनी तरफ खींचने और कांग्रेस की हार तय करने के लिए पिछले कई दिनों से जोड़-तोड़ में लगी हुई थी लेकिन उसमें कामयाबी नहीं मिल पाई है । इस मौके पर आफताब अहमद ने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी तथा जजपा की सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अब नूंह में कांग्रेस का हाथ से हाथ जोडों अभियान किया शुरू, भारत जोड़ो के बाद उत्साहित कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू किया है। हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के उपनेता व नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद की अगुवाई में ही यह अभियान शुरु हुआ है। बड़े ही ताज्जुब की बात है कि इस अभियान में दर्जनों ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है। बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत हो गई है। जिसमें भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हो रहे है। इस अभियान के माध्यम से वह जन-जन तक पहुंचेंगे। इसमें आफताब अहमद की भी सक्रिय भागीदारी है। तो यह थी आफताब अहमद की अब तक की जीवन गाथा।