ऋषभ पंत… क्रिकेट की दुनिया का वो जगमगाता सितारा, जो कि इस समय अस्पताल में है। क्रिकेट की पिच पर चौके छक्के लगाने वाला ये नौजवान आज अस्पताल के बिस्तर पर है। एक भयानक एक्सीडेंट से क्रिकेटर ऋषभ पंत का सामना हुआ लेकिन कहते हैं ना कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोई। भगवान का शुक्र है कि ऋषभ पंत की जान बच गई लेकिन उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। जानकारी जो सामने आ रही है उसके मुताबिक क्रिकेटर ऋषभ पंत दुबई से वापिस लौटे थे और अपनी मां को सरप्राइज देने के लिए रूड़की जा रहे थे। लेकिन बीच रास्ते वे दर्दनाक हादसे का शिकार हो गए। खुद ऋषभ पंत को भी अंदाजा ना रहा होगा कि कोई अनहोनी बीच रास्ते उनका इंतजार कर रही है। आज के इस एसएन में हम आपको ऋषभ पंत की जिंदगी से जुड़े कुछ किस्सों की जानकारी देंगे। लेकिन उससे पहले हम आपको हादसे से जुड़ी कुछ जानकारियां सिलसिलेवार जानकारी देंगे…खबरों की अगर माने तो ऋषभ पंत के साथ ये हादसा सुबह 5.30 बजे रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के मोड़ पर हुआ। वह अपनी कार नंबर DL 10 CN 1*** को खुद ही ड्राइव कर रहे थे। झपकी के बाद उनकी मर्सिडीज कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। यह जगह उनके घर से 10 किलोमीटर दूर है। उस वक्त कार की रफ्तार 150 किमी/घंटे थी। कार 200 मीटर तक घिसटते चली गई। हादसे के बाद पंत को एंबुलेंस से पहले इलाज के लिए रुड़की के हॉस्पिटल ले जाया गया। अभी उनकी हालत स्थिर है। पंत को सिर, पीठ और पैर में चोटें आई हैं। 25 साल के क्रिकेटर ऋषभ पंत शुक्रवार सुबह सड़क हादसे में बाल-बाल बच गए। पुलिस के मुताबिक, झपकी लगने से यह हादसा हुआ।…जली हुई कार से खुद बाहर निकले ऋषभ पंत, ऋषभ पंत की मर्सिडीज जैसे ही डिवाइडर से जा टकराई, तो फिर उसमें आग लग गई और सड़क किनारे जा पलटी। एक्सीडेंट के बाद पंत जलती हुई कार की खिड़की तोड़कर खुद ही बाहर निकले। लोग बचाने पहुंचे तो बोले- ‘कि मैं ऋषभ पंत हूं’। बता दें कि हादसे के बाद से ऋषभ पंत का चेहरा खून से लथपथ था और उन्होंने मददगारों को खुद ही अपनी पहचान बताई थी।…मदद की बजाय नोट उठाते रहे कुछ लोग, इन सबके बीच में मानवता को शर्मसार कर रख देने की बात भी सामने आई है। बताया जा रहा है कि ऋषभ पंत की गाड़ी में करीब तीन से चार लाख रुपए थे। एक्सीडेंट के बाद सारे रुपये सड़क पर बिखरे पड़े थे। ऋषभ पंत सड़क पर जख्मी हालत में तड़पते रहे लेकिन इस दौरान कुछ लोग ऋषभ की मदद करने के बजाय नोट अपनी जेबों में भरने लगे और कुछ वीडियो बनाने में मशगूल हो गए, तो ये थी जानकारी ऋषभ पंत के हादसे से जुड़ी, अब हम आपको ऋषभ पंत के करियर और उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्सो के बारे में बताएंगे।…ऋषभ पंत का क्रिकेट करियर, रिषभ पंत ने अंडर-19 वर्ल्‍ड कप से चर्चा हासिल की थी। ऋषभ ने केवल 18 गेंदों में अर्धशतक जड़कर प्रभावित कर दिया था। जिसके बाद से पंत के प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की नजरें टिक गईं और एक साल के भीतर ही उन्‍हें टी20 इंटरनेशनल मैच में डेब्‍यू करने का मौका मिल गया। पंत ने 1 फरवरी 2017 को इंग्‍लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्‍यू किया था। फिर अगस्‍त 2018 में नॉटिंघम में इंग्‍लैंड के खिलाफ ही विकेटकीपर बल्‍लेबाज को टेस्‍ट डेब्‍यू का मौका मिला। इसके बाद 21 अक्‍टूबर 2018 को पंत ने वेस्‍टइंडीज के खिलाफ गुवाहाटी में अपना डेब्‍यू किया। आपको बता दें कि ऋषभ पंत ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान 33 टेस्‍ट मैचों में 5 शतक और 11 अर्धशतक के साथ 2,271 रन बनाए। इसके अलावा पंत ने 30 वनडे मैचों में एक शतक और पांच अर्धशतक के साथ 865 रन बनाए। इस बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने 66 टी20 इंटरनेशनल मैचों में तीन अर्धशतकों की मदद से 987 रन बनाए हैं।…पिता का सपना था, बेटा बने क्रिकेटर, ऋषभ पंत के लिए क्रिकेटर बनने का सपना उनके पापा का था। उनके पिता राजेंद्र पंत की दिली ख्याहिश थी कि बेटा क्रिकेटर बने और देश व परिवार का नाम रोशन करे। पंत के पिता का सपना था कि वो अपने बेटे को क्रिकेटर बनता देखें। लेकिन ये दुखद रहा कि बेटे को क्रिकेट मंे उंचाइयों में जाता देखने से पहले पिता का निधन हो गया था। पिता राजेंद्र का निधन साल 2017 में हुआ था। बता दें कि रिषभ पंत का जन्‍म 4 अक्‍टूबर 1997 को उत्‍तराखंड के रुड़की में हुआ। उनकी मां का नाम सरोज पंत और पिता का नाम राजेंद्र पंत है। सपना बेशक पिता का था लेकिन उससे परवान चढ़ाने की जिम्मेदारी पूरी तरह से मां ने निभाई…क्रिकेटर बनने के लिए करते थे 6 घंटे का सफर, ऋषभ पंत ने क्रिकेट मे आगे बढ़ने के लिए काफी मेहनत की है। जब वे 12 साल के थे, तब मां के साथ दिवंगत कोच तारक सिन्हा के सॉनेट क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षण के लिए दिल्ली जाते थे। पंत जब रुड़की में खेलते थे तब किसी ने सलाह दी कि दिल्ली जाओ और क्रिकेट की ट्रेनिंग लो। तब उस समय मंे पंत रुड़की से दिल्ली अभ्यास करने आते थे। रात के दो बजे बस पकड़कर दिल्ली आते थे और ट्रेनिंग करते थे। वो उस दौरान गुरुद्वारे में सो जाया करते थे। पैसे की कमी के कारण कभी- कभी वो गुरुद्वारे में लंगर में खाना खाते थे और फिर वहीं गुरुद्वारे में ही सो जाते थे।…मां ने ऋषभ पंत को बनाया क्रिकेटर , जी हां, ऋषभ पंत को क्रिकेटर बनाने में उनकी मां का सबसे बड़ा योगदान रहा। जो कि बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए मां रूड़की वाले घर से दिल्ली आ पहुंची। दिल्‍ली में पंत को क्रिकेटर बनाने की जिम्‍मेदारी उनकी मां ने उठाई। रुड़की से आए पंत परिवार के पास दिल्‍ली में रहने की जगह नहीं थी। लिहाजा मां ओर बेटा मोती बाघ के गुरुद्वारे में रहते थे। मां गुरुद्वारा में सेवा करती थी, जबकि बेटा अपने पिता के सपनों को आकार देने की कोशिश में जुटा हुआ था। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने अंडर- 12 टूर्नामेंट में खेला और तीन शतक जमाकर प्‍लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड जीता। दिल्ली में ऋषभ को एक कोच मिले, जो कि जल्‍द ही उन्‍हें दिल्‍ली कैंट में एयरफोर्स स्‍कूल लेकर गए, जिसके बाद पंत ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। पंत ने आगे चलकर भारतीय अंडर- 19ए भारत और आईपीएल में दिल्‍ली कैपिटल्‍स का प्रतिनिधित्‍च किया। आशीष नेहरा खुद भी सॉनेट क्‍लब से हैं, जो पंत की काफी कद्र करते हैं। जब भी नेहरा एकेडमी में आते थे तो पंत को गेंदबाजी करते थे। महेंद्र सिंह धोनी के बेहद करीब हैं ऋषभ पंत, बता दें कि क्रिकेटर ऋषभ पंत पूर्व कप्तान एमएस धोनी के बेहद करीब हैं। जब धोनी क्रिकेट खेल रहे थे, उस समय वे हमेशा पंत को अपने साथ रखते थे। अभी भी अक्सर दोनों को साथ में वक्त बिताते देखा जाता है। दो दिन पहले ही धोनी और पंत की एक तस्वीर भी सामने आई थी।…ऋिषभ पंत के विवाद, किक्रेटर ऋिषभ पंत जहां अपने खेल के दम पर चर्चा मंे बने रहते हैं, तो वहीं उनका एक ऐसा विवाद भी है, जो कि देश और दुनिया में चर्चा का कारण बना रहा। बॉलिवुड ही हिरोईन उर्वशी रौतेला के साथ ऋिषभ पंत का विवाद बेहद गर्म रहा। बता दें कि मामला इसी साल अगस्त के महीने का है। जब उर्वशी रौतेला ने सोशल मीडिया पर मिस्टर आरपी के नाम से एक पोस्ट डाली थी। उस पोस्ट में उर्वशी रौतेला ने मिस्टर आरपी से रिश्ते बनने और टूटने की बात कही थी। बता दें कि तब पंत ने भी पोस्ट का जवाब दिया था और खुद के सोशल मीडिया पर उर्वशी को टैग कर एक पोस्ट लिखा था। उर्वशी और पंत का ये विवाद काफी लंबा खिचा था और महीनों विवाद के चलने के बाद उर्वशी ने खुलासा किया था कि उनके मिस्टर आरपी ऋषभ पंत नहीं बल्कि साउथ के एक एक्टर हैं, जिनका नाम राम पोथीनेनी था।..उर्वशी रौतेला के मिस्टर आरपी वाली कहानी , उर्वशी ने इंटरव्यू में एक कहानी बताई। उन्होंने कहा- मैं एक बार वाराणसी से दिल्ली शूटिंग के लिए आई थी, तब ‘मिस्टर RP’ मिलने के लिए आए थे। वह लॉबी में इंतजार कर रहे थे, लेकिन मैं सो गई थी। वाराणसी में दिन भर शूट करने के बाद दिल्ली में रात में मुझे शूट करना था। मैं मेकअप वगैरह में लगी हुई थी। इसके बाद शूट के बाद मैं सो गई। इसमें 10 घंटे बीत गए। मिस्टर RP मुझे कॉल करते रहे…फिर जब ऋषभ पंत ने दिया था जवाब ,ऋषभ पंत ने पलटवार करते हुए लिखा था ‘कैसे कुछ लोग इंटरव्यू में सिर्फ नाम, फेम, पॉपुलैरिटी और हेडलाइन में आने के लिए झूठ बोल देते हैं। यह देखकर दुख होता है कि लोग कैसे नाम और फेम के इतने भूखे हैं। भगवान उनका भला करे। पंत ने साथ ही में स्टोरी में यह भी लिखा है कि मेरा पीछा छोड़ो बहन, झूठ की भी कोई सीमा होती है’….तो ये थे क्रिकेटर ऋषभ पंत की जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से और उनके साथ हुए हादसे की पूरी कहानी। ऋषभ पंत के साथ जो भी हुआ वो अफसोस जनक है लेकिन इससे हमें सीख लेने की भी जरूरत हैं। क्योंकि खबर जो सामने आ रही है कि उसके मुताबिक ऋषभ के साथ जब एक्सीडेंट हुआ तब उनके गाड़ी रफ्तार 150 किमी प्रतिघंटा थी, जो कि बहुत ही ज्यादा थी। ऐसे में हमें ओवस्पिंडिग से बचने की सख्त जरूरत है। क्योंकि अगर जान है तो फिर जहान है।