कोरोना नाम की जो आफत, हमारी जिंदगियों को दहला कर गई थी.. वो फिर से लौटती नजर आ रही है। हमने सोचा था कि कोरोना का खतरा अब जा चुका है, वही खतरा अब उल्टे पैर लौट रहा है। जरा सावधान हो जाइए। क्योंकि अगर अभी नहीं संभले, तो फिर परिणाम इसके उलट हो सकते हैं और काफी कुछ भुगतना पड़ सकता है। हमारा मकसद आपको डराना बिल्कुल भी नहीं है। बल्कि चीन के जो हालिया हालात हैं, उसे लेकर हम आपको सचेत करना चाहते हैं। ताकि वक्त रहते आप लोग संभल जाएं। अपने साथ अपने परिवार के लोगों की भी सुरक्षा का भी ख्याल रखें।……
कोरोना महामारी को लेकर भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। इसी कड़ी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने समीक्षा बैठक की। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन में इससे पंद्रह लाख से ज्यादा नागरिकों की जान जा सकती है। यह मॉडल लोगों के संक्रमित होने, बीमार होने, ठीक होने या मरने की दर के अनुमानों के आधार पर प्रकोप की गणना करता है। इसे SEIR मॉडल कहा जाता है।…चीन में कोरोना ने मचाया है हाहाकार , चीन में कोरोना वायरस के महाविस्फोट से दुनिया सहमी हुई है। इस बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन में कोरोना की ताजा लहर से एक नया म्यूटेशन हो सकता है। इससे निकला वायरस वर्तमान ओमिक्रोन वेरिएंट से ज्यादा घातक होगा। चीन में इस समय कोरोना ने तबाही मचा रखी है और 80 करोड़ लोगों के संक्रमित होने का खतरा है। यही नहीं आने वाले महीनों में 20 लाख लोग मारे जा सकते हैं। चीन के अस्पतालों में जहां मरीजों के लिए जगह नहीं बची है, वहीं मुर्दाघर भी भर गए हैं। कई जगहों पर लाशों को अंतिम संस्कार के लिए भी वेटिंग चल रही है…बीजिंग में 24सों घंटे हो रहे संस्कार, बीजिंग के सबसे बड़े श्मशान में 24 घंटे अंतिम संस्कार हो रहे हैं। सामूहिक अंतिम संस्कार शुरू हो गए हैं और इनकी तस्वीरें भी आ रही हैं। हालांकि कोरोना से मौतों के सरकारी आंकड़े रोजाना 5-10 ही बताए जा रहे हैं। एक्सपर्ट का दावा है कि असल आंकड़ा काफी ज्यादा है। नया वैरिएंट BA.5.2.1.7 यानी BF.7 भी मिला है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह ओमिक्रॉन का सबसे खतरनाक म्यूटेशन है। एक मरीज 18 लोगों को संक्रमित कर रहा है।.…7 दिन में आए 35 लाख कोरोना केस, एक रिपोर्ट के मुताबिक एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। वहीं 9928 लोगों की मौत हुई है। चीन में 7 दिन में 15548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है। जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में एक हफ्ते में सबसे ज्यादा केसेस सामने आए हैं। इन देशों में मरीजों की संख्या 10लाख 65 हजार, 4 लाख 61 हजार और 3 लाख 58 हजार है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।…BF.7 है ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट,हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में फैल रहा BF.7 ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। यह पहले संक्रमित हो चुके लोगो, फुली वैक्सीनेटेड लोगों या दोनों को ही बीमार बना रहा है। ये जल्दी ट्रांसफर होता है और लक्षण भी पुराने कोरोना वैरिएंट्स के मुकाबले जल्दी सामने आ जाते हैं।…18 लोगों को संक्रमित कर सकता है एक मरीज, BF.7 का रिप्रोडक्शन नंबर (RO) 10-18.6 है। इसका मतलब कि इससे संक्रमित होने वाला एक मरीज औसतन 10 से 18.6 लोगों को एक बार में इन्फेक्ट करने में सक्षम है। आमतौर पर ओमिक्रॉन वैरिएंट का औसतन RO 5.08 पाया गया है। शायद यही वजह है कि चीन में कोरोना केसेस दिनों में नहीं, बल्कि घंटों में दोगुने हो रहे हैं।….कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए जानलेवा, BF.7 के लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, हरारत, उल्टी और डायरिया शामिल हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों के लिए यह घातक साबित हो सकता है। चूंकि चीन में सख्त प्रतिबंधों का पालन किया जा रहा था, इसलिए लोगों में वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी मजबूत हो ही नहीं पाई… चीनी सरकार ने साधी है चुप्पी , इस बीच चीन सरकार ने पूरे मामले मेंचुप्पी साध रखी है और यह भी नहीं बता रही है कि किन-किन इलाकों में प्रकोप है अब तक कितने लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि चीन को इस बारे में बताना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि जब इस तरह से वायरस इतने बड़े पैमाने पर फैलता है तो उसके म्यूटेट होने की आशंका बहुत ज्यादा रहती है और इससे दुनियाभर के लोगों के लिए खतरा पैदा हो जाता है…चीन में जनवरी तक रहेगा कोरोना का आंतक, आपको बता दें कि चीन में अस्पतालों को अपने आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना का पीक अभी 22 जनवरी तक चल सकता है। हालांकि कहा तो ये भी जा रहा है कि 22 जनवरी के बाद कोरोना के मामलों में गिरावट होगी और फरवरी महीने के अंत के साथ ही जिंदगी फिर से सामान्य हो जाएगी।…कैसा है कोरोना का नया वेरिएंट?, दुनिया के लिए बेशक ही कोरोना का चरम काल हो, लेकिन फिर भी लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत होगी। चेतावनी दी जा रही है कि अगर यह कोरोना वायरस फिर से इंसानों और पशुओं के बीच ट्रांसफर हुआ तो इसके बहुत ही भयानक परिणाम होंगे। कोरोना के वर्तमान वेरिएंट को लेकर दो तरह की बातें सामने आ रही है। हो सकता है कि कोविड का वर्तमान स्ट्रेन कम घातक हो लेकिन पशुओं के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। या फिर इसका परिणाम उलटा भी हो सकता है। यह हो सकता है कि पशुओं के लिए कम घातक हो और इंसानों के लिए ज्यादा मुसीबत को बढ़ाने की बात हो सकती है।…चीन में बुजुर्गों को खतरा सबसे ज्यादा , हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर और इंटरनेशनल हेल्थ एडवाइजर डॉ. रामशंकर उपाध्याय ने कहा चीन में अब तक वैक्सीनेशन 38% ही हुआ है। 65 की उम्र से अधिक के लोगों में ये 10% ही है। चीन में बुजुर्गों को खतरा सबसे ज्यादा , हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर और इंटरनेशनल हेल्थ एडवाइजर डॉ. रामशंकर उपाध्याय ने कहा चीन में अब तक वैक्सीनेशन 38% ही हुआ है। 65 की उम्र से अधिक के लोगों में ये 10% ही है। जीरो कोविड पॉलिसी के कारण लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम भी डेवलप नहीं हो पाया। ऐसे में अब लोगों के एक साथ बाहर निकलने के कारण वहां कोरोना विस्फोट तो होना ही था। हालांकि चीन का दावा है कि उसकी 90% आबादी फुली वैक्सीनेटेड है।
अगले 3 महीनों में 3 लहरें आएंगी, एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगले 3 महीनों में कोरोना की 3 लहरें आएंगी। अभी चीन में संभावित तीन लहरों में से पहली लहर चल रही है। इसके बाद दूसरी लहर जनवरी माह के बीच आएगी। इस वक्त देश में एक हफ्ते का लूनर ईयर सेलिब्रेशन चलता है, ऐसे में अब लोगों के एक साथ बाहर निकलने के कारण वहां कोरोना विस्फोट तो होना ही था। हालांकि चीन का दावा है कि उसकी 90% आबादी फुली वैक्सीनेटेड है।
अगले 3 महीनों में 3 लहरें आएंगी, एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगले 3 महीनों में कोरोना की 3 लहरें आएंगी। अभी चीन में संभावित तीन लहरों में से पहली लहर चल रही है। इसके बाद दूसरी लहर जनवरी माह के बीच आएगी। इस वक्त देश में एक हफ्ते का लूनर ईयर सेलिब्रेशन चलता है, जिससे लाखों लोग देश में आते-जाते हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। तीसरी लहर फरवरी के आखिर से मार्च के बीच आ सकती है। इस समय सभी लोग अपनी छुट्टियां मनाकर वापस लौटते हैं। ऐसे में ज्यादा लोग इन्फेक्शन रिपोर्ट कर सकते हैं।