जिले के आदमपुर में एक दंपति ने अपने जीवन की कहानी एक दुखद निष्कर्ष तक पहुंचाई। इन दोनों का संबंध एक साल पहले लव मैरिज से जुड़ा था, और हालांकि वे किराए के मकान में रह रहे थे, उनके परिवार ने उन्हें बेदखल कर दिया था। उनकी कहानी के त्रासद चरणों को देखते हुए उनके परिवार ने उन्हें शव लेने से मना किया, लेकिन बाद में उनके परिवार ने शव लेने की अनुमति दी। अब विवादित परिस्थितियों का खुलासा अब तक नहीं हुआ है।

रामचंद्र ने गांव चिड़ौद में रहने वाली संतोष से प्यार में पड़कर लव मैरिज की थी, और वे एक साथ किराए के मकान में रह रहे थे। रामचंद्र एक दुकान में काम करते थे। हालांकि, दुखद घटना के बाद उनकी पत्नी संतोष ने फंदे से अपनी जान दी। उसके बाद रामचंद्र ने भी खुदकुशी की कोशिश की। पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा, और उनके परिवार को शवों का देहांत स्थल सौंपा गया है।

इस दुखद घटना के बारे में अब तक खुलासा नहीं हुआ है कि वास्तविक में ऐसा क्यों हुआ और इन दोनों ने ऐसा कदम क्यों उठाया।