करनाल के रहने वाले बीएसएफ जवान आनंद की हुई मौत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है। वह 34 साल देश की सेवा कर चुके थे और अब रिटायरमेंट लेकर जल्द घर लौटने की तैयारी में थे। जवान राजस्थान के बाड़मेर में तैनात था। शनिवार को उसका शव गांव पहुंचा और राजकीय सम्मान के साथ जवान आनंद प्रकाश निवासी सूरज नगर का अंतिम संस्कार करनाल में ही किया गया।

जानकारी के मुताबिक मृतक जवान के चार बच्चे हैं, जिसमें तीन बेटे और एक बेटी है। उनके बड़े बेटे की शादी 3 साल पहले हुई थी और 6 महीने पहले ही उन्होंने अपनी बेटी की शादी की थी। दो लड़के अभी अविवाहित थे।

मृतक जवान के बेटे सचिन ने बताया कि हादसे से कुछ दिन पहले ही उनके पिता ने सेना को रिटायरमेंट लेने के लिए पत्र लिखा था। कुछ महीने में वह रिटायर होकर उनके पास आने वाले थे। सचिन ने बताया कि उनके पिता बीती 16 जुलाई की सुबह गाय को रोटी देने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान पीछे से एक आवारा सांड़ ने उनके पिता को टक्कर मार दी, जिससे उनके पिता की गर्दन और रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। आनंद प्रकाश पूरी तरह से पैरालाइज्ड हो गए। पिछले 2 महीने से उनका इलाज जोधपुर के एम्स अस्पताल में चल रहा था, और पिछले दो महीने से हम दोनों भाई पिता के पास अस्पताल में ही थे। शुक्रवार को इलाज के दौरान अस्पताल में ही उनके पिता की मौत हो गई। शनिवार शाम को उनके पिता का शव करनाल पहुंचा, और यहां पर सेना के अधिकारियों और जवानों की मौजूदगी में सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। जवान के अंतिम संस्कार के समय लोगों के हाथों में तिरंगे और चारों तरफ भारत माता के नारे गूंजते सुनाई दिए।