मूलचंद शर्मा हरियाणा सरकार में कैबिनेट परिवहन मंत्री हैं। इसके अलावा, उनके पास खान और भूविज्ञान, कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण और चुनाव के 3 अन्य विभाग भी हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें मूलचंद शर्मा हरियाणा के बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक हैं। पहली बार शर्मा जी कॉलेज से छात्र राजनीति में शामिल हुए थे। और 1987 में उन्होंने इनेलो उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। उन्होंने 1996 और 2009 में फिर से चुनाव लड़ा और हार गए। अंत में, भाजपा में शामिल होने के बाद 2014 में विधायक बने। उसके बाद तो आप जानते ही हैं कि वह आज कैबिनेट में काफी मजबूत मंत्री के तौर पर जाने जाते है। मूलचंद शर्मा के बारे छोटी बड़ी हर बात आज आपको बताएंगे।
मूलचंद शर्मा का जन्म 4 अप्रैल 1964 को फरीदाबाद में हुआ था। इनके पिता का नाम मिथुन लाल शर्मा है। इन्होंने 1987 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से एमए इतिहास में स्नातकोत्तर किया है यानी आपकी भाषा में पोस्ट ग्रेजुएट किया। नेताजी अपना बिजनेस करते-करते राजनीति में आए। खाली समय में बैडमिंटन और टेनिस खेलने में इनकी गहरी रुचि है। वैसे नेता जी कबड्डी के भी बड़े फैन हैं। अगर बात करें सामाजिक दायित्व निभाने की तो वह बहुत सारी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के साथ भी जुड़े हुए हैं। ये जिला ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष और शक्ति मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे हैं। परिवहन मंत्री के राजनीतिक जीवन में रहे काफी उतार-चढ़ाव, पहले उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल इनेलो से दो बार चुनाव लड़े और उसके बाद आखिरकार 2014 में राष्ट्रीय पार्टी यानी बड़े राजनीतिक दल भाजपा में शामिल होने के बाद विधायक बने। 2014: में मूलचंद शर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के लखन कुमार सिंगला को 54,000 वोटों से हराया.था।
इस उतार-चढ़ाव के बाद अब देखिए कैसा रहा इनका प्रदर्शन, बल्लभगढ़ ने पिछले पांच वर्षों में अभूतपूर्व विकास देखा है क्योंकि इनके निर्वाचन क्षेत्र को पहले नजरअंदाज किया गया था। पिछले पांच सालों में शर्मा का फोकस अपने निर्वाचन क्षेत्र में बड़ी संख्या में कॉलोनियों में स्थानीय बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक सुविधाओं के निर्माण पर रहा है. उन्होंने सेक्टर 2 में एक महिला कॉलेज, लड़कियों और लड़कों के लिए एक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय स्थापित करने में कामयाबी हासिल की। निर्वाचन क्षेत्र में 22 सामुदायिक हॉल बनवाने में भी कामयाब रहे। सड़कों के निर्माण, सीवरोज सिस्टम और कॉलोनियों में पानी उपलब्ध कराने पर भी बहुत पैसा खर्च किया गया है। नेता जी का कहना है कि बल्लभगढ़ में पांच फ्लाईओवर के निर्माण से यातायात को आसान बनाने में मदद मिली है और शहर भर में एलईडी लाइटें लगाई गई हैं। एक नया मिनी सचिवालय भी बन रहा है।
कोविड 19 के दौरान परिवहन मंत्री के तौर पर किए अभूतपूर्व काम, योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा हरियाणा से मदद मांगने के बाद हरियाणा रोडवेज ने यूपी जाने वाले श्रमिकों के लिए 1000 से ज्यादा बसे उपलब्ध कराई। इसके सूत्रधार परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ही है। जिन्होंने सुनिश्चित किया कि इस महामारी में बिना किसी परेशानी के प्रवासी मजदूर अपने घरों को पहुंच पाए। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रवासी मजदूर इस समय हरियाणा में जहां हैं वहीं इंतजार करें। वहीं पर उनके लिए गाड़ी पहुंचेगी वह परेशान ना हो सरकार उनकी सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। जब सत्संग भवन बनाने का वादा किया था पूरा, मैं सिर्फ अपने मंत्री का दायित्व ही नहीं निभाते नेता की जिम्मेवारी ही नहीं निभाते वह सामाजिक शख्सियत होने का गौरव भी पाते हैं। परिवहन मंत्री ने अपने पैतृक गांव सदपुरा में अपनी स्वैच्छिक निधि से शिव मंदिर में निर्मित सत्संग भवन के उद्घाटन किया था।
गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ा बजाकर मंत्री का फूल-माला से स्वागत किया था. मंदिर में पंडित सुंदरलाल ने मंत्री को विधि विधान से पूजा-अर्चना करायी. इस मौके पर मंत्री ने कहा कि आज उन्होंने सत्संग भवन बनवा कर अपने पिता द्वारा किया गया ग्राम वासियों को वादा पूरा किया है जिसके लिए वह आज बहुत खुश है। जब चंडीगढ़ को लेकर कहा था किसी के बाप की बपौती नहीं, मूलचंद शर्मा ने हरियाणा सरकार द्वारा प्रस्तावित नए विधानसभा भवन का विरोध करने पर पंजाब के नेताओं को जमकर आड़े हाथों लिया. पंजाब पर हमला करते हुए यहां तक कह दिया कि चंडीगढ़ किसी की बपौती नहीं है.. यह दोनों प्रदेशों की राजधानी है. केंद्र जहां मर्जी हमे जमीन दे, इसमे पंजाब का क्या लेना देना. पंजाब SYL पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं मानता. इनके कहने से कुछ नहीं होता, जो केंद्र करेगा वही होगा। यह दोनों प्रदेशों की राजधानी है. केंद्र जहां मर्जी हमे जमीन दे, इसमे पंजाब का क्या लेना देना. पंजाब SYL पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं मानता. इनके कहने से कुछ नहीं होता, जो केंद्र करेगा वही होगा।
जब अधिकारियों को कहा था बांध लो अपना बोरिया बिस्तर, बात नवंबर 2019 की है जब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर बनते ही फरीदाबाद में अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो काम करना नहीं चाहते हैं वे अपना बोरिया-बिस्तर बांध लें. साथ ही अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे अपनी कार्यशैली को सुधार लें और यदि काम करना नहीं चाहते तो अपना बोरिया बिस्तर बांध लें. मंत्री बनने के बाद पहली बार फरीदाबाद पहुंचे मूलचंद शर्मा ने कहा कि 40 साल से विभागों में चले आ रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाएंगे. अभी उन्हें इन विभागों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे ईमानदारी से अपना कार्य करें. इतना रोबिला अंदाज़ था जब वह पहली बार मंत्री बने थे। उनका मकसद अपनी दादागिरी जमाना नहीं सिर्फ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना था। जिसे उन्होंने एक निजी इंटरव्यू में स्वीकार भी किया था।
जब अधिकारियों को कहा था बांध लो अपना बोरिया बिस्तर, बात नवंबर 2019 की है जब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर बनते ही फरीदाबाद में अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो काम करना नहीं चाहते हैं वे अपना बोरिया-बिस्तर बांध लें. साथ ही अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे अपनी कार्यशैली को सुधार लें और यदि काम करना नहीं चाहते तो अपना बोरिया बिस्तर बांध लें. मंत्री बनने के बाद पहली बार फरीदाबाद पहुंचे मूलचंद शर्मा ने कहा कि 40 साल से विभागों में चले आ रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाएंगे. अभी उन्हें इन विभागों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे ईमानदारी से अपना कार्य करें. इतना रोबिला अंदाज़ था जब वह पहली बार मंत्री बने थे। उनका मकसद अपनी दादागिरी जमाना नहीं सिर्फ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना था। जिसे उन्होंने एक निजी इंटरव्यू में स्वीकार भी किया था।
अब फरीदाबाद के 4 गांव लिए है गोद,
मूलचंद शर्मा ने फरीदाबाद जिले के चार गांवाें को गोद लेने की घोषणा की है। इन गांवों में 50-50 लाख के विकास कार्य कराए जाएंगे। शर्मा ने बताया कि गोद लिए हुए गांवों में तीन गांव पृथला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, जबकि एक तिगांव विधानसभा के अंतर्गत उनका पैतृक गांव शामिल है। गोद लिए हुए गांव में पृथला विधानसभा क्षेत्र के सिकरोना,शाहपुर कला, हीरापुर और तिगांव विधानसभा के अंतर्गत आने वाला उनका पैतृक गांव और जन्मस्थली सदपुरा शामिल है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को गांवों में विकास कार्य कराने के लिए निर्देशित किया गया है। आज हरियाणा सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और ईमानदारी के साथ प्रदेश में विकास कार्य हो रहे हैं।
हरियाणा सरकार गांव हों या शहर सभी जगह बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य करा रही है। विदित रहे कि इससे पहले भी साल 2021-2022 में उन्होंने फरीदाबाद जिले के जुन्हेड़ा, अटेरना, गडख़ेड़ा, मंधावली और लढोली और नरियाला गांव को गोद लिया था।