मनोहर लाल ने हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने के लिए सफल प्रयास किए हैं। उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम और विदेश सहयोग विभाग के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य युवाओं को यूरोपीय देशों में हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के विभिन्न जॉब रोल में नौकरियां प्रदान करना है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि शैक्षिक संस्थानों, सरकारी एजेंसियों और निजी क्षेत्र की कंपनियों के साथ मिलकर राज्य सरकार युवाओं की कौशल सेट को बढ़ाने के लिए काम कर रही है। इससे न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी बढ़ेगा।

मनोहर लाल ने युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए अलग से ओवरसीज प्लेसमेंट सेल बनाई है। यह सामर्थ्य से भरपूर युवाओं के लिए बड़ा अवसर हो सकता है, जिससे उनका जीवन बेहतर बन सकता है।

नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई कौशल भारत और विश्वकर्मा योजना जैसी पहलों से मिलकर यह प्रयास युवाओं के कौशल में सुधार करने का एक अच्छा उदाहरण है। इससे युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे और उनकी क्षमताएं विकसित होंगी।